प्रौद्योगिकी की दुनिया में एप्पल (Apple Inc.) ने एक नया मोड़ लेते हुए 2026 के अंत तक अपने स्मार्ट ग्लासेस लॉन्च करने की योजना बनाई है। वहीं, कैमरा युक्त एप्पल वॉच की योजना को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। आइए विस्तार से जानते हैं एप्पल की इस बड़ी रणनीति को।
स्मार्ट ग्लासेस: एप्पल की अगली बड़ी क्रांति
एप्पल 2026 के अंत तक एक नई श्रेणी में कदम रखने जा रहा है — स्मार्ट ग्लासेस। ये चश्में माइक्रोफोन, कैमरा और स्पीकर्स से लैस होंगे और उपयोगकर्ता के आस-पास की दुनिया को समझने के लिए Siri जैसे वॉइस असिस्टेंट से जुड़े रहेंगे। यह ग्लासेस न केवल फोन कॉल्स, म्यूजिक प्लेबैक और टर्न-बाय-टर्न दिशा-निर्देशों जैसे कार्य करेंगे, बल्कि लाइव ट्रांसलेशन और विजुअल विश्लेषण में भी सक्षम होंगे।
मुख्य विशेषताएं होंगी:
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कैमरा के माध्यम से आस-पास के वातावरण का विश्लेषण
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Siri के ज़रिए वॉइस कमांड पर नियंत्रण
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कॉल, संगीत, ट्रांसलेशन और मैप नेविगेशन जैसी सुविधाएं
मेटा के स्मार्ट ग्लासेस से टक्कर देगा एप्पल
फेसबुक की मूल कंपनी Meta द्वारा लॉन्च किए गए Ray-Ban Meta स्मार्ट ग्लासेस ने AI आधारित डिवाइसेज़ के क्षेत्र में सफलता हासिल की है। एप्पल के नए ग्लासेस इन्हीं को टक्कर देंगे, लेकिन बेहतर डिज़ाइन और कार्यक्षमता के साथ। एप्पल के एक सूत्र ने बताया कि ये ग्लासेस "बेहतर गुणवत्ता वाले लेकिन कार्यक्षमता में Meta से मिलते-जुलते" होंगे।
Apple Watch में कैमरा जोड़ने की योजना पर विराम
जहां एक ओर एप्पल स्मार्ट ग्लासेस पर अपना फोकस बढ़ा रहा है, वहीं दूसरी ओर उसने 2027 तक लॉन्च की जाने वाली कैमरा युक्त Apple Watch और Apple Watch Ultra की योजनाओं को फिलहाल रद्द कर दिया है। इसके पीछे मुख्य कारण प्रोडक्ट की जटिलता और उपयोगकर्ता अनुभव की संभावित कठिनाइयाँ मानी जा रही हैं।
हालांकि, एप्पल अब भी ऐसे AirPods पर काम कर रहा है जिनमें कैमरे लगे होंगे और जो इमेज व विजुअल डाटा प्रोसेसिंग में सक्षम होंगे।
एप्पल का एआर चश्मा: अंतिम लक्ष्य अभी वर्षों दूर
एप्पल का अंतिम लक्ष्य है एक ऐसा एआर (Augmented Reality) चश्मा विकसित करना जो डिजिटल दुनिया को वास्तविक दृश्य पर सुपरइम्पोज़ कर सके। हालांकि, ऐसी डिवाइसेज़ अभी भी विकास के शुरुआती चरण में हैं और आने में कई वर्ष लग सकते हैं।
फिलहाल, कंपनी ने अपने प्रोजेक्ट को आंतरिक रूप से N401 नाम दिया है जो पहले N50 के नाम से जाना जाता था। इस परियोजना के तहत कंपनी पहले प्रोटोटाइप्स का बड़े पैमाने पर निर्माण 2025 के अंत तक शुरू करेगी।
Vision Pro से Vision Glass तक: एप्पल का विजन प्रोडक्ट्स ग्रुप सक्रिय
स्मार्ट ग्लासेस के विकास की ज़िम्मेदारी Vision Products Group के पास है — वही टीम जिसने Apple Vision Pro हेडसेट बनाया था। यह टीम अब इस डिवाइस के हल्के और किफायती वर्जन पर भी कार्य कर रही है, साथ ही मैक से कनेक्ट होने वाले लो-लेटेंसी मॉडल पर भी काम जारी है।
Apple Intelligence और AI में पिछड़ने का डर
जहां गूगल का Gemini और मेटा का LLaMA जैसे AI मॉडल तेज़ी से विकसित हो रहे हैं, वहीं एप्पल अब तक AI में पिछड़ता दिखा है। Apple Intelligence प्लेटफ़ॉर्म को लेकर कंपनी को आलोचना का सामना करना पड़ा है। यही वजह है कि अब कंपनी अपने LLMs (Large Language Models) को थर्ड-पार्टी डेवलपर्स के लिए खोलने जा रही है जिससे उसके ऐप स्टोर में AI आधारित ऐप्स की संख्या बढ़ सके।
2026 में फोल्डेबल iPhone भी लॉन्च करेगा एप्पल
AI और AR की दिशा में बढ़ते कदमों के साथ एप्पल 2026 में अपना पहला फोल्डेबल iPhone भी लॉन्च करने की योजना बना रहा है। इससे पहले सैमसंग, शाओमी, ओप्पो जैसी कंपनियां फोल्डेबल फोन के क्षेत्र में अपनी मौजूदगी दर्ज कर चुकी हैं। एप्पल के लिए यह एक नई शुरुआत होगी।
निष्कर्ष: एप्पल की भविष्य की दिशा
स्मार्ट ग्लासेस को लॉन्च कर एप्पल न केवल हार्डवेयर की दुनिया में एक नया अध्याय शुरू करेगा बल्कि AI टेक्नोलॉजी को जन-जन तक पहुंचाने की कोशिश करेगा। हालांकि, AI में पिछड़ना और अन्य कंपनियों की तेज़ी से बढ़ती पकड़ एक चुनौती है। यदि एप्पल समय रहते अपनी टेक्नोलॉजी और AI क्षमताओं को मज़बूत कर पाया, तो वह फिर से बाज़ार का नेतृत्व करने में सक्षम हो सकता है।ये भी पढ़ें
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