अमेरिका के नए "डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी" (DOGE) के गठन ने D3 ग्लोबल के .doge डोमेन के भविष्य पर सवालिया निशान लगा दिया है। D3 ग्लोबल, एक डोमेन कंसल्टेंसी है, जो अगले साल के gTLD (जनरल टॉप-लेवल डोमेन) आवेदन दौर में .doge के लिए बोली लगाने की तैयारी कर रही है। लेकिन अब इस डोमेन के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है, और इसकी वजह हैं एलन मस्क!
DOGE: सरकार का नया विभाग या मीम कॉइन?
पिछले कुछ हफ्तों में, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एलन मस्क के नेतृत्व में "डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी" (DOGE) का गठन किया है। इस विभाग का उद्देश्य सरकारी खर्चों, भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी को खत्म करना है। हालांकि, यह विभाग हर दिन किसी न किसी नए विवाद को जन्म दे रहा है। दिलचस्प बात यह है कि इसी नाम का .doge डोमेन भी अस्तित्व में आने वाला है, जो क्रिप्टोकरेंसी डॉजकॉइन और उसके मशहूर मीम से प्रेरित है।
.doge का इतिहास और D3 का इरादा
D3 ग्लोबल ने घोषणा की है कि वह .doge के लिए आवेदन करने जा रहा है, जिसमें उसके सहयोगी "Own The Doge" का महत्वपूर्ण योगदान होगा। यह परियोजना PleasrDAO का हिस्सा है, जिसने 2021 में काबोसू (Kabosu) नामक कुत्ते की मूल तस्वीर का NFT $4,240,000 में खरीदा था। बाद में, इस NFT को 17 बिलियन छोटे हिस्सों में विभाजित कर दिया गया, जो डिजिटल संपत्तियों के रूप में ट्रेड होते हैं। इसके अलावा, यह प्रोजेक्ट काबोसू मर्चेंडाइज बेचने, इमेज लाइसेंसिंग और मूल तस्वीर के व्यक्तिगत पिक्सल्स की बिक्री से भी मुनाफा कमाता है।
संयोग या साजिश?
मस्क, जो डॉजकॉइन के बड़े प्रशंसक हैं, ने सबसे पहले 20 अगस्त 2024 को DOGE विभाग के नाम का प्रस्ताव रखा था, जो कि .doge डोमेन बोली की घोषणा से कुछ ही हफ्ते पहले की बात है। इस टाइमिंग, नाम की समानता और सांस्कृतिक संदर्भों के कारण यह संभावना बनती है कि अमेरिकी सरकार इस डोमेन के खिलाफ औपचारिक आपत्ति दर्ज कर सकती है।
ICANN (इंटरनेट कॉर्पोरेशन फॉर असाइन्ड नेम्स एंड नंबर्स) की गवर्नमेंटल एडवाइजरी कमेटी (GAC) में अमेरिका के प्रभाव को देखते हुए, एक सर्वसम्मत आपत्ति का रास्ता आसान हो सकता है। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या मस्क-प्रभावित ट्रंप प्रशासन वाकई .doge के खिलाफ जाएगा, या फिर यह पूरा मामला .doge के पक्ष में भी जा सकता है?
D3 का जवाब और इंडस्ट्री पर असर
D3 के मुख्य विपणन अधिकारी मार्क ट्रांग ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा:
"हम यह अनुमान नहीं लगाएंगे कि डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी भविष्य में .doge जैसे TLD को कैसे प्रभावित करेगा। लेकिन, प्रशासन का किसी भी रूप में डोमेन, क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचेन की दृश्यता बढ़ाना हमारी इंडस्ट्री के लिए सकारात्मक है।"
आगे क्या होगा?
यह सब बहुत शुरुआती दौर में है, लेकिन इंटरनेट गवर्नेंस और ICANN के साथ अमेरिकी प्रशासन का व्यवहार अभी भी अनिश्चित है। नेशनल टेलीकम्युनिकेशन एंड इंफॉर्मेशन एडमिनिस्ट्रेशन (NTIA), जो GAC के माध्यम से अमेरिकी सरकार का प्रतिनिधित्व करता है, अभी भी अपने राजनीतिक नेतृत्व की प्रतीक्षा कर रहा है।
Heritage Foundation का Project 2025, जिसे ट्रंप प्रशासन के सरकारी सुधार का ब्लूप्रिंट माना जाता है, ICANN या डोमेन नामों के बारे में बिल्कुल मौन है।
एलन मस्क का प्रभाव और डोमेन इंडस्ट्री पर पड़ता असर
एलन मस्क के डोमेन इंडस्ट्री के साथ पिछले संबंधों पर नज़र डालें, तो यह साफ़ होता है कि मस्क ने हमेशा इनोवेशन और टेक्नोलॉजी को प्राथमिकता दी है। जब उन्होंने x.com को पेपल से दोबारा खरीदा और ट्विटर का नाम बदलकर X रखा, तो यह उनकी ब्रांडिंग रणनीति का हिस्सा था। हालांकि ICANN के नियमों के अनुसार एकल अक्षर वाले gTLD की अनुमति नहीं है, फिर भी मौजूदा राजनीतिक और तकनीकी माहौल में नियमों को चुनौती देने की प्रवृत्ति बढ़ रही है।
निष्कर्ष:-
.doge डोमेन को लेकर अमेरिकी सरकार का रवैया और एलन मस्क का प्रभाव भविष्य में क्या मोड़ लेगा, यह देखना दिलचस्प होगा। अभी के लिए, इस पूरे मामले में अनिश्चितता ही हावी है — और यह चिंता का विषय भी है, लेकिन शायद कुछ रोमांच का भी।
क्या .doge डोमेन वाकई डिजिटल क्रांति का हिस्सा बनेगा या फिर राजनीतिक हस्तक्षेप इसकी राह में बाधा बनेगा? इस सवाल का जवाब आने वाले महीनों में मिलेगा।
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