लंदन – कंप्यूटर साइंस के भविष्य को नया आकार देने के एक साहसिक कदम के तहत, यूनाइटेड किंगडम ने UK Multidisciplinary Centre for Neuromorphic Computing की स्थापना की घोषणा की है। यह सेंटर Aston University के नेतृत्व में स्थापित किया जा रहा है और इसे UKRI Engineering and Physical Sciences Research Council (EPSRC) से £5.6 मिलियन की आर्थिक सहायता प्राप्त हुई है।
यह नया सेंटर केवल एक शोध परियोजना नहीं है, बल्कि कंप्यूटिंग की वर्तमान प्रणाली में एक क्रांतिकारी परिवर्तन की शुरुआत है, जो मानव मस्तिष्क से प्रेरित ऊर्जा-कुशल तकनीकों के विकास को बढ़ावा देगा।
Neuromorphic Computing क्या है?
Neuromorphic Computing, पारंपरिक कंप्यूटिंग के विपरीत, बायनरी लॉजिक और भारी ऊर्जा खपत पर निर्भर नहीं करता। यह तकनीक मानव मस्तिष्क की neurons और synapses की कार्यप्रणाली की नकल करके काम करती है। इसका उद्देश्य आज के AI सिस्टम्स और डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर की तेजी से बढ़ती ऊर्जा आवश्यकताओं को नियंत्रित करना है।
जहाँ एक सामान्य मानव मस्तिष्क केवल 20 watts ऊर्जा में कार्य करता है, वहीं पारंपरिक AI hardware हज़ारों गुना अधिक ऊर्जा लेकर भी वैसी दक्षता और लचीलापन नहीं दिखा पाता।
जीवित neurons और AI का समन्वय
Aston University के Professor Rhein Parri, जो इस सेंटर के सह-निदेशक और एक neurophysiologist हैं, ने कहा:
“यह पहली बार है जब हम जीवित मानव neurons के अध्ययन को उन्नत कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म्स के साथ एकीकृत कर सकते हैं, ताकि हम अगली पीढ़ी की computing technologies का सह-विकास कर सकें। यह प्रोजेक्ट biology और technology से सीखते हुए computing के क्षेत्र में एक बड़ा कदम है।”
इस सेंटर में human stem-cell-derived neurons को computational models के साथ जोड़ा जाएगा, जिससे co-designed neuromorphic systems का निर्माण किया जाएगा — यानी ऐसे हार्डवेयर और एल्गोरिद्म जो जीवित जीवविज्ञान से मिले ज्ञान के साथ-साथ विकसित किए जाएँगे।
Photonic Hardware – भविष्य की रफ्तार और दक्षता
सेंटर का एक प्रमुख नवाचार होगा photonic hardware का उपयोग, जिसमें डेटा को विद्युत करंट की बजाय प्रकाश (light) द्वारा प्रोसेस किया जाता है। इससे अल्ट्रा-फास्ट डेटा प्रोसेसिंग और अत्यधिक ऊर्जा दक्षता संभव होगी।
राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित संस्थानों की भागीदारी
इस पहल का नेतृत्व Aston Institute of Photonic Technologies (AIPT) कर रहा है, और इसमें UK की शीर्ष विश्वविद्यालयों — जैसे Oxford, Cambridge, Southampton, Queen Mary University of London, Loughborough और Strathclyde — की भागीदारी है।
यह सहयोग neuroscience, unconventional algorithms, photonics, materials science और nano-electronics जैसे क्षेत्रों में विशिष्ट विशेषज्ञता को एक साथ लाता है।
उद्योग जगत की दिग्गज कंपनियों का समर्थन
इस सेंटर को शैक्षणिक उत्कृष्टता के साथ-साथ उद्योग जगत के मजबूत समर्थन का लाभ भी प्राप्त है। इसके प्रमुख इंडस्ट्रियल पार्टनर्स में शामिल हैं:
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Microsoft Research
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Nokia Bell Labs
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BT
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Hewlett Packard Labs
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Thales
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QinetiQ
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Leonardo
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Northrop Grumman
ये कंपनियाँ सेंटर की दिशा और रणनीति तय करने में योगदान देंगी और यह सुनिश्चित करेंगी कि यहाँ हुए नवाचारों का सीधे वास्तविक दुनिया में उपयोग हो।
चाहे वह defence हो, telecommunications, healthcare, या AI, neuromorphic computing की संभावनाएँ असीमित हैं।
एक टिकाऊ और स्केलेबल भविष्य की ओर
यह सेंटर केवल तकनीकी अनुसंधान तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसका उद्देश्य एक लंबी अवधि वाला, बहु-विषयक (interdisciplinary) इकोसिस्टम बनाना है जो भविष्य की प्रतिभाओं को प्रशिक्षित करे, वैश्विक साझेदारियाँ स्थापित करे और UK को neuromorphic computing के क्षेत्र में विश्व में अग्रणी बनाए।
ट्रेनिंग इनिशिएटिव्स, इंटरनेशनल कोलैबोरेशन और इंडस्ट्री-ड्रिवन इनोवेशन के ज़रिए, यह सेंटर अपनी प्रारंभिक चार साल की फंडिंग अवधि के बाद भी सतत विकास की दिशा में कार्य करता रहेगा।
जैसे-जैसे दुनिया भर में डेटा और AI की माँग तेज़ी से बढ़ रही है, पारंपरिक कंप्यूटिंग की ऊर्जा लागत असहनीय होती जा रही है।
Neuromorphic Computing न केवल एक साधारण अपग्रेड है, बल्कि यह एक fundamental shift है — एक नई कंप्यूटिंग सोच की ओर, जो अधिक efficient, adaptable और environmentally sustainable है।
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