ब्लॉकचेन-आधारित डोमेन इंडस्ट्री में लंबे समय से चले आ रहे विवाद का समाधान
अमेरिका की एक अदालत ने .wallet डोमेन को लेकर चल रहे विवाद में अनस्टॉपेबल डोमेन्स (Unstoppable Domains) के पक्ष में फैसला सुनाया है। यह फैसला एक लंबी कानूनी लड़ाई के बाद आया है, जिसमें ब्लॉकचेन-आधारित टॉप लेवल डोमेन (TLD) को लेकर मतभेद सामने आए थे।
मामले का सारांश
यह विवाद तब शुरू हुआ जब स्कॉट फ्लॉर्स्क (Scott Florcsk) ने Handshake प्लेटफॉर्म पर .wallet डोमेन्स की बिक्री शुरू की। अनस्टॉपेबल डोमेन्स पहले से ही .wallet नामक एक और डोमेन एक्सटेंशन बेच रहा था। इस टकराव के कारण दोनों पक्षों के बीच कानूनी लड़ाई शुरू हुई।
हालांकि, समय के साथ ज्यादातर कानूनी मुद्दे सुलझा लिए गए, लेकिन एक मुख्य दावा बचा रह गया। फ्लॉर्स्क ने अदालत से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि .wallet डोमेन्स बेचने के लिए वह अनस्टॉपेबल डोमेन्स के ट्रेडमार्क का उल्लंघन नहीं कर रहे हैं।
अनस्टॉपेबल डोमेन्स की 'Covenant Not to Sue' रणनीति
अनस्टॉपेबल डोमेन्स ने फ्लॉर्स्क के खिलाफ मुकदमेबाजी को समाप्त करने के लिए "Covenant Not to Sue" (मुकदमा न करने का वादा) जारी किया। इसके तहत कंपनी ने न केवल फ्लॉर्स्क बल्कि रजिस्ट्रियों, रजिस्ट्रारों, और .wallet डोमेन के रजिस्ट्रेंट्स को भी यह आश्वासन दिया कि वह इस डोमेन से जुड़े किसी भी बौद्धिक संपदा (IP) मुद्दे पर मुकदमा नहीं करेगी।
फ्लॉर्स्क का विरोध और Namecheap का समर्थन
फ्लॉर्स्क ने दलील दी कि यह आश्वासन सिर्फ .wallet तक सीमित है और वह यह भी सुनिश्चित करना चाहते थे कि अनस्टॉपेबल डोमेन्स अन्य डोमेन्स के लिए भी मुकदमा नहीं करेगा। उनके इस कानूनी संघर्ष को Namecheap (जो कि Handshake का समर्थक है) द्वारा फंडिंग दी गई।
अदालत का अंतिम फैसला
आज जारी किए गए अपने निर्णय में न्यायाधीश ने अनस्टॉपेबल डोमेन्स के पक्ष में फैसला सुनाया। न्यायाधीश ने स्पष्ट किया कि फ्लॉर्स्क द्वारा मांगा गया "डिक्लेयरेटरी जजमेंट" (घोषणात्मक निर्णय) केवल .wallet तक सीमित है, और अनस्टॉपेबल का 'Covenant Not to Sue' इस मामले को पहले ही निष्प्रभावी कर चुका है।
क्या है इसका मतलब?
यह फैसला स्पष्ट करता है कि अनस्टॉपेबल डोमेन्स अब .wallet डोमेन को लेकर कोई मुकदमा दायर नहीं करेगा। यह ब्लॉकचेन-आधारित डोमेन इंडस्ट्री में एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि यह विवाद न केवल इस तकनीक के भविष्य को प्रभावित कर सकता था, बल्कि वैकल्पिक रूट डोमेन्स (alt-root domains) की विश्वसनीयता को भी चुनौती दे रहा था।
ब्लॉकचेन डोमेन इंडस्ट्री पर प्रभाव
इस विवाद का समाधान ब्लॉकचेन-आधारित डोमेन स्पेस के लिए एक राहत के रूप में देखा जा रहा है। वैकल्पिक रूट डोमेन्स के बढ़ते प्रचलन के साथ, ऐसे विवाद उद्योग की स्थिरता और प्रगति के लिए बाधा बन सकते हैं।
निष्कर्ष
अनस्टॉपेबल डोमेन्स और फ्लॉर्स्क के बीच यह कानूनी लड़ाई यह दर्शाती है कि डिजिटल युग में बौद्धिक संपदा और डोमेन नामों के अधिकारों का प्रबंधन कितना जटिल हो सकता है। यह फैसला इंडस्ट्री में स्पष्टता लाने के साथ-साथ डोमेन नामों की सुरक्षा और अधिकारों को लेकर भविष्य की दिशा तय करने में सहायक होगा।ये भी पढ़ें